रिपोर्ट-राकेश दिवाकर
कौशाम्बी : जनपद में विकास खण्ड नेवादा में स्थित सीडीपीओ कार्यालय में तैनात बाल विकास परियोजना अधिकारी पूरी तरह से बेलगाम हो गए हैं, साथ उनकी बेलगामी के चलते उनके क्षेत्र में सुपरवाइजर और आंगनवाड़ियां सभी बेलगाम हो गई है, बताया जा रहा है कि इन दिनों सरकार ने पोषाहार का वितरण ग्रामीण स्तर पर गठित किए गए समूहों को दिया है जिससे इनकी कालाबाजारी का सिलसिला थम गया है और यह कार्य करने से कतरा रहे हैं, क्योंकि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को वितरित किया जाने वाला पोषाहार यह बाजारों में बनिए के यहां या तो ग्रामीण किसानों के हाथ 200 से 300 रुपये प्रति बोरी बेच लिया करते थे, लेकिन अब वही पोषाहार समूहों को चले जाने से इनके मंसूबों पर पानी फिर रहा है, नेवादा विकास खण्ड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मखऊपुर के ग्रामीणों ने सीडीपीओ नेवादा पर आरोप लगाते हुए बताया कि कई महीनों से गांव में पोषाहार का वितरण नहीं हुआ है, जबसे समूहों का गठन हुआ है तब से सीडीपीओ से लेकर सुपरवाइजर तक सब पोषाहार वितरण कराने में हीला हवाली बताकर टाल रहे हैं, जब इस संबंध में ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से बात किया तो उन्होंने कहा कि पोषाहार पहले की तरह ही बंटेंगे, लेकिन जिम्मेदार अपनी काली कमाई के बन्द हो जाने के चलते पोषाहार वितरण में टालमटोल कर रहे हैं, ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कौशाम्बी का ध्यान इस ओर आकृष्ट करा कर ऐसे कर्मचारियों पर कार्यवाही कराने की मांग की है ।
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