रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
प्रयागराज : जनपद के संगम में माघ मेला हो या मुख्य स्नान पर्व हो यहां पर इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं तथा इतने बड़े क्षेत्र में तम्बुओं में निवास करते हैं जिसमें कुछ बच्चों अथवा बुजुर्गों या आम जनों का बिछड़ जाना स्वाभाविक है ऐसे में माघ मेला क्षेत्र में स्थापित किये गये खोया पाया केन्द्रों के माध्यम से देश के कोने कोने से आने वाले स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में परिजनों से बिछड़ने तथा बच्चों के खो जाने पर, मेला पुलिस के अत्यन्त सक्रियता से त्वरित कार्यवाही करते हुये गुमशुदा बच्चों व बिछड़े हुये परिजनों को खोया पाया केन्द्र के माध्यम से उनके परिजनों से मिलाया जाता है। श्रद्धालुओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुये खोया पाया केन्द्र को चिन्हित करने के लिये बड़े हवाई गुब्बारे से इंगित किया गया है जिससे कोई भी व्यक्ति आवश्यकतानुसार मेले में दूर से ही पहचान ले और सुलभता से केन्द्र तक पहंच सके। यह खोया पाया केन्द्र/भूले भटके शिविर/भारत सेवा दल त्रिवेणी रोड़, दक्षिणी पटरी पर बांध के नीचे माघ मेला पुलिस लाइन।
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