ब्यूरो रिपोर्ट-जतन सिंह
महोबा : जनपद में 1 जुलाई 2020 को बीमारियों पर रोक लगाने के लिए सिर्फ स्वास्थ्य विभाग हीं नहीं बल्कि आम जन को भी सहभागिता करनी चाहिए। केंद्र व राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जो गाइड लाइन बनाई है, उसका हर व्यक्ति पालन करे। ताकि इस वैश्विक महामारी से बचा जा सके। यह बातें जिला अस्पताल परिसर में आयोजित संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ करते हुए सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने कहीं है, सांसद ने कहा कि बुजुर्गों और बच्चों का खास ख्याल रखें, आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है सांसद ने लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड भी बांटे, डीएम अवधेश कुमार तिवारी ने कहा कि बारिश का मौसम आ गया है, इसमें संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है, लेकिन अगर स्वच्छता का ध्यान रखा जाए और तत्काल डॉक्टर से संपर्क किया जाए तो रोग को फैलने से रोका जा सकता है, इस मौके पर सीएमओ डॉक्टर सुमन ने बताया कि रोगों पर नियंत्रण के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान के साथ कई सरकारी विभागों को जोड़ा गया है, चिकित्सा विभाग इसमें नोडल विभाग बनाया गया है उन्होंने कहा कि टीमें गांव-गांव जाकर बुखार के मरीजों का सर्वे करेंगी, ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान नोडल नामित किए गए हैं एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी के सहयोग से गांवों में वीएचएनसी की बैठक आदि होंगी, सभी ब्लाकों में भी अभियान शुरू कर दिया गया है, जिला मलेरिया अधिकारी आरपी निरंजन ने कहा कि इसमें 11 विभाग शामिल किए गए हैं 15 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 16 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलेगा, टीमें लोगों को रोगों से बचाव की जानकारी के साथ कोरोना संक्रमण से बचने के प्रति भी जागरूक करेंगी, लोगों को अभियान को सफल बनाने में सहयोग करने की शपथ दिलाई गई है । इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हीरा सिंह, सीएमएस डॉक्टर आरपी मिश्रा व एसके वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रमेश यादव, डीपीआरओ संतोष कुमार, आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम अधिकारी एसके त्रिपाठी, नगर पालिका अधिषासी अधिकारी लालचंद्र सरोज, डॉक्टर दिवाकर प्रताप सिंह, एडीएमओ राधेश्याम यादव, मलेरिया निरीक्षक रामज्ञान यादव आदि मौजूद रहे । रोगों से बचने के लिए दिमागी बुखार का टीका जरूर लगवाएं, मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी, मच्छर अगरबत्ती का इस्तेमाल करें, पूरी आस्तीन और फुल पैंट पहनें, मोजे भी पहनें, जानवरों को घरों से दूर बांधें और सफाई अपनाएं, पीने के लिए इंडिया मार्का हैंडपंप का पानी इस्तेमाल करें, पक्के और सुरक्षित शौचालयों का इस्तेमाल करें, शौच के बाद और खाने के पहले साबुन से अच्छी तरह से हाथ धुलें, नाखूनों को काटते रहें इनसे भोजन दूषित होता है, दिमागी बुखार के मरीज को दाएं या बाएं करवट लिटाएं, यदि तेज बुखार हो तो पानी से बदन पोंछते रहें, यह नहीं करें, बेहोशी और झटके की स्थिति में मरीज के मुंह में कुछ न डालें, झोला छाप डॉक्टरों के पास ना जाएं, घर के आस- पास पानी इकट्ठा न होने दें, इधर-उधर कूड़ा ना डालें, खुले में शौच न करें ।
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