रिपोर्ट-राहुल कुमार
कौशाम्बी : जनपद में पर्यावरण सुरक्षा की बात करने वाले अधिकारी केवल भाषण बाजी तक सीमित रह गए हैं जिले में हरे वृक्ष सुरक्षित नहीं है और सैकड़ों लकड़ी माफिया प्रतिदिन अलग अलग दर्जनों लकड़हारे और ट्रकों के साथ लकड़ी काटने निकल जाते हैं जिले में प्रतिदिन सैकड़ों हरे फलदार वृक्ष काटकर लकड़ी माफिया उठा ले जाते हैं आए दिन लोग हरे पेड़ों को काटने की शिकायत अधिकारियों से करते हैं लेकिन विभागीय अधिकारी भी अधीनस्थों की संलिप्तता में कट रहे हरे फलदार विशाल वृक्षों को रोकने के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं जिससे विभागीय अधिकारियों की भी हरे पेड़ों के कटान में संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है ।
सूत्रों की माने तो जनपद में प्रतिदिन सैकड़ों विशाल फलदार हरे विशाल वृक्ष को काटकर लकड़ी माफिया उठा ले जा रहे हैं विभागीय संलिप्तता के चलते जिले में तेजी से हरे फलदार वृक्षों के कटान के चलते पर्यावरण को संकट उत्पन्न हो चुका है लेकिन बार-बार शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी हरे फलदार पेड़ों के कटान को रोकने के प्रति गंभीर नहीं है, सोमवार के दिन भरवारी नगर पालिका क्षेत्र में बाबा टीवीएस चौराहे के सामने विशाल फलदार हरे महुआ के पेड़ों को लकड़ी माफिया दिनदहाड़े काट रहे थे इसी स्थान पर एक वर्ष पहले भी आधा दर्जन विशाल हरे फलदार महुआ के पेड़ काटे जा चुके हैं हरे पेड़ काटे जाने की शिकायत प्रभागीय वनाधिकारी से करने के बाद भी देर शाम तक अवैध तरीके से कटान नहीं रुक सकी है ।
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