ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह
प्रयागराज : जनपद में भागवतपुर विकास खंड अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत फतेहपुर घाट में एक सबसे पुराना शिव मंदिर स्थित है जिसके बारे में बताया जाता है कि वनवास के दौरान श्रृंगवेरपुर घाट से गंगा पार उतरने के बाद भगवान श्रीराम ने इसी स्थान पर एक रात विश्राम किया था जिसके बाद सुबह प्रयागराज की ओर प्रस्थान किए थे, और उन्हीं के हाथों से घाट के टीले पर एक शिवलिंग का निर्माण किया गया था जिसे बाद में संत महात्माओं द्वारा मंदिर के रूप में निर्माण कराया गया जिसकी नित्य पूजा अर्चना हुआ करती थी, बताते हैं कि पूर्व समय में लोग इसी घाट पर स्नान किया करते थे इसी स्थान से गंगा मइया तक उतरने की सीढ़ियां बनाई गई थी लोग स्नान करने के बाद ऊपर शिव मंदिर में मंदिर में आकर पूजा पाठ किया करते थे ।
समय की मार के चलते मंदिर और घाट दोनों नष्ट हो गए हैं मंदिर का कुछ अंश अभी शेष बचा हुआ है मंदिर के सेवादार संत महात्मा सब स्वर्गवासी हो गए हैं जिनकी समाधि वहीं मंदिर के समीप बनी है, फतेहपुर घाट के ग्राम प्रधान बच्चू लाल कनौजिया बताते हैं उन्होंने गोस्वामी तुलसी दास जी द्वारा रचित रामायण में अयोध्या कांड का अध्ययन किया तो उन्हें ज्ञात हुआ कि जब भगवान श्री राम वनवास को निकले तो गंगा मइया को पार करने के उपरांत एक रात्रि इसी स्थान पर विश्राम किया था, उनका यह प्रतिदिन का नियम था कि जहां पर रात्रि विश्राम करते थे सुबह क्रिया करने के बाद भगवान शिव की आराधना और पूजा किया करते थे और उन्हीं के द्वारा इस शिवलिंग की स्थापना की गई है, फतेहपुर घाट छोटा और पिछड़ा गांव होने की वजह से इस जगह का संपूर्ण विकास नहीं हो पाया है ना ही इसको कहीं उल्लेखित किया गया, जबकि अयोध्या कांड की चौपाई साफ साफ बता रही है कि फतेहपुर घाट एक ऐतिहासिक घाट और इसी स्थान पर भगवान श्रीराम ने शिव लिंग की स्थापना की होगी, इस शिव मंदिर का निर्माण कब कराया गया था यह किसी के पास भी कोई ठीक ठाक जानकारी नहीं है ।
ग्राम प्रधान बच्चू लाल कनौजिया बताते हैं कि फतेहपुर घाट का यह ऐतिहासिक स्थान समय की मार के चलते लोगों की अनदेखी का शिकार हो गया है अब ठीक इसके बगल में नए घाट पर लोग गंगा स्नान करते हैं, वहां भी कई प्राचीन मंदिर स्थित है, वहां से गंगा मैया की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि इस स्थान को फिर से पहले की तरह हरा भरा और सुचारू किया जाए, फतेहपुर घाट प्रयागराज जनपद का एक चर्चित और प्राचीन घाट है पूरामुफ्ती थाना से इसकी दूरी लगभग 2 किलोमीटर है जहां पर टैक्सी मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है ।
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