रिपोर्ट-नरेन्द्र कुमार द्विवेदी
कौशाम्बी : जनपद में सराय अकिल थाना क्षेत्र में 3 साल बाद न्यायालय के आदेश पर दुराचार का मामला दर्ज हुआ है मामले में देरी के लिए पीड़िता का आरोप है कि बलात्कार करने वाला व्यक्ति नगर पंचायत में अधिशासी अधिकारी के रूप में काम कर रहा था जो रसूखदार है इसलिए उसका मामला दर्ज नहीं हुआ, जिसके बाद पीड़िता ने न्यायालय से गुहार लगाई तब जाकर न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज हुआ है, बतादें कि मामले पीड़िता ने आरोप लगाते हुए बताया कि वर्ष 2020 में अधिशासी अधिकारी और उसके दो गुर्गों ने बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया था जिसके बाद उसने मामले की शिकायत स्थानीय थाना पुलिस से की थी लेकिन अधिकारी के प्रभाव में आकर तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने उनके खिलाफ कोई भी मुकदमा पंजीकृत नहीं किया, जिसके चलते उसे न्यायालय की शरण में जाना पड़ा है न्यायालय ने उस की गुहार को सुनते हुए अपराधियों पर मुकदमा दर्ज कराते हुए पुलिस को मामले की जांच करने का आदेश दिया है, न्यायालय ने मामले में दुराचार के साथ एससी एसटी एक्ट की धाराओं को भी जोड़ा है, पूरे मामले की खबर जैसे ही इलाके में पहुंची इलाके में हड़कंप मच गया है अब अधिकारी भी सक्रिय हो गए है देखना यह है कि मामले में पुलिस को जांच के दौरान क्या सच्चाई मिलती है ।
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