रिपोर्ट-राजकुमार
कौशाम्बी : जनपद में विकास खंड मूरतगंज के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हर्रायपुर का मजरा नरना उर्फ आलम चंद की रहने वाली विधवा महिला कुमकुम सिंह ने प्रधानमंत्री आवास के लिए ग्राम प्रधान और सचिव से की मांग तो ग्राम सचिव ने जांच करते हुए सारे दस्तावेज पीड़िता से ले लिए। जिसके बाद बोले की कुछ पैसे की व्यवस्था कर लेना पीड़िता के पूछने पर 20000 हजार रुपए की डिमांड किया। महिला का आरोप है कि उसने पंद्रह हजार की व्यवस्था करके दिसंबर माह 2024 को ग्राम सचिव आशीष केसरवानी को दिया था। अब जब पीड़िता पूछती है कि साहब मुझे आवास अभी तक क्यों नहीं मिला। तो सचिव जवाब देते हैं कि सूची में तुम्हारा नाम नहीं है। अब पीड़ित महिला ने माननीय मुख्यमंत्री से ऑनलाइन मामले की शिकायत करते हुए आवास मुहैया कराये जाने की मांग किया है। साथ ही आवास के नाम पर पैसे लेने वाले सचिव पर कार्यवाही की मांग भी किया है।
बतादें कि महिला पुराने जर्जर घर मे रहने को मजबूर हैं। पीएम आवास के लिए पात्रता होने के बावजूद भी वह अभी तक इस योजना से वंचित हैं। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदार ही सरकार की मनसा को पलीता लगा रहे हैं। ग्राम पंचायतों में सरकारी योजनाओं के लिए चल रही कमीशन खोरी को चलते पात्र व्यक्तियों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। अगर ऐसे मामलों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो ग्राम सचिवों पर कार्यवाही होना तय है।
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