ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह
प्रयागराज : जनपद में लगभग 1990 के दशक में अपनी सक्रीय पत्रकारिता के लिए जाने जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार कुशवाहा का लंबी बीमारी के चलते रविवार की रात्रि उनके ही आवास पर निधन हो गया, यह जानकारी उनके बड़े भाई वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप कुशवाहा जैसे ही लोगों को दिया उनके करीबियों और पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ गई, अशोक कुमार कुशवाहा की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए उनके आवास पर करीबियों की लाइन लग गई लोगों का रिश्तेदारों का परिजनों का आना-जाना शुरू हो गया, सोमवार की सुबह फतेहपुर गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार विधि पूर्वक के साथ किया गया, इस दौरान पत्रकारों समेत तमाम शैक्षणिक और प्रशासनिक कर्मचारी उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए, भीड़ को देखते हुए लग रहा था कि सभी की आंखें नम है उन्हें अपने पत्रकार साथी को खो देने का गम है ।
आपको बता दें कि 90 के दशक में अपनी पत्रकारिता और लेखनी के लिए जाने जाने वाले स्वर्गीय वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार कुशवाहा कहानियां आप तक मासिक पत्रिका में बतौर संपादक रहे इसी बीच उन्होंने दुख की झील, कर्तव्य जैसे मौलिक उपन्यासों की रचनाओं का विमोचन भी करवाया जिसे लोगों ने खूब सराहा था, अशोक कुमार कुशवाहा जी को फिल्मों में कहानियां और गीत लिखने का भी शौक था इसी क्रम में वह मुंबई में कुछ दिन काम किए जिससे उनका कुछ दिनों का फिल्मी दौर भी बना रहा, उस दौर में सांसद और अभिनेता सुनील दत्त साहब उनसे मुलाकात करने प्रयागराज उनके कार्यालय का उद्घाटन करने तक आए थे, बताया जा रहा है कि पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र में उन दिनों ब्रह्मानंद त्रिपाठी, एस बी शर्मा, अशोक कुमार कुशवाहा जैसे वरिष्ठ पत्रकार ही थे उस दौर में बड़ी जद्दोजहद भरी पत्रकारिता में अपना नाम उन्होंने बनाया था, लगभग 2010 से उन्होंने ना जाने क्यों पत्रकारिता से दूरी बना लिया और इसी बीच वह एक बीमारी का शिकार हो गए धीरे-धीरे की बिमारी इतनी बढ़ गई कि वह उसकी चपेट में आते चले गए उनके छोटे भाई वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप कुशवाहा का कहना है कि हर तरह का संभव इलाज कराने के बाद भी हमें दुख है कि हम उन्हें बचा नहीं पाए और रविवार की रात्रि उनका उनके निजी आवास पर ही निधन हो गया, उनके अपने निजी परिवार में एक पुत्र और उनकी धर्मपत्नी है, वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय आशोक कुमार कुशवाहा के निधन से उनके परिजनों समेत पूरे पत्रकार समाज में शोक की लहर व्याप्त है ।
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