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विद्युत शार्ट सर्किट से पिपरांव गांव के समीप 50 बीघे गेंहू की फसल जलकर राख, हादसे के बाद पिपरांव गांव में किसानों के बीच पहुंची तहसीलदार कोरांव अनीता शेखर...

रिपोर्ट-प्रेम शंकर द्विवेदी


प्रयागराज : जनपद में होली पर्व से ही कोरांव क्षेत्र के किसानों पर आग का कहर लगातार जारी है रविवार को दोपहर 1 बजे के आसपास अचानक कोरांव थाना क्षेत्र के पिपराव व तराव गांव में विद्युत शार्ट सर्किट से आग लगने से लगभग 50 बीघा गेहूं की फसल जहां जलकर राख हो गई वहीं, अयोध्या में भी संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से लगभग 20 बीघा अरहर, गेहूं व जौ की फसल जलकर राख हो गई हैै, किसानों की बातों पर गौर करें तो आग बुझने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची जहां किसानों में रोष भी देखा गया, जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था हालांकि पूरी तरीके से फायर कर्मियों ने ही आग को बुझाया, पिपराव व तराव गांव के जिन किसानों की फसलें जल गई हैं। उनमें प्रभाकर सिंह, झुन्नीलाल सिंह, जंगी लाल, भोलानाथ, दूधनाथ, सूर्यवंश, छविनाथ, जंग बहादुर, ललन सिंह कुशवाहा, राम पूजन, विद्यानंद कुशवाहा, वीरेंद्र सिंह, पिंटू कुशवाहा, खेमराज सहित कई अन्य किसान शामिल हैं। इसी प्रकार अयोध्या में जिन किसानों की फसलें जली हैं उनमें विद्या कांत शुक्ल, राम लला मिश्र, बृजगोपाल, ज्वाला, बाले राम शुक्ल, शिवदत्त शुक्ल, बद्रीकांत, रोहिणी प्रसाद मिश्र शामिल हैं लगातार कोरांव में हो रही आगजनी की घटनाओं से जल रही फसलों को लेकर किसानों की खुशियां होली पर्व से ही जलकर खाक हो रही हैं, आगजनी की घटनाओं से जिन किसानों की फसलें जलकर बर्बाद हो गई हैं उन किसानों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई समेत परिवार के भरण-पोषण की भी चिंताएं सताने लगी हैं ।

देखना है सरकार व स्थानीय तहसील प्रशासन प्रभावित किसानों को किस हद तक मुआवजा दिलाने में कामयाब होता है कि ऐसे प्रभावित किसानों के अरमानों को भी पंख लग सके, तराव पिपराव गांव में भारी मात्रा में जली फसलो की सूचना पर तहसीलदार कोरांव अनीता शेखर भी मौके पर किसानों के बीच पहुंची और ब्यौरेवार किन किसानों की कितनी फसल जली है आदि की जानकारी लेते हुए उन्हें मुआवजा दिलाने के लिए आश्वस्त किया, इसी प्रकार भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के प्रदेश उपाध्यक्ष निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य ललन सिंह पटेल भी किसानों के दुख दर्द में शामिल हुए और शासन व प्रशासन स्तर से हरसंभव मदद दिलाए जाने हेतु किसानों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का आह्वान किया। किसानों की बातों पर गौर किया जाय तो जिस स्थान पर विद्युत शार्ट सर्किट की हुई वहां 11000 हाई वोल्टेज का करंट का तार काफी दिनों से काफी नीचे लटक रहा था जिसे टाइट कर ऊपर करने के लिए कई बार किसानों के द्वारा शिकायत भी की गई थी किंतु कुंभकर्णी निद्रा में सो रहा विद्युत विभाग किसानों की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, जिसका नतीजा हुआ कि दर्जनों किसानों की दर्जनों बीघे फसल जलकर राख हो गई, किसानों ने लापरवाह विद्युत अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है, शॉर्ट सर्किट के बाद 11000 हाई वोल्ट करंट का तार टूट कर नीचे गिर गया। जिससे आग की भयावहता बढ़ गई और लगभग 50 बीघे फसल को अपने आगोश में ले लिया जिससे किसान अब खून के आंसू रोने को मजबूर हैं

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