ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह
कौशाम्बी : जनपद में बालू लदी और टर्कों के आवागमन से जहां एक तरफ प्रशासन की जिम्मेदारों की जेब भर रही है वहीं दूसरी तरफ सरकार की मंशा को पलीता लगया जा रहा है, पूरामुफ्ती से चायल तक जाने वाली राजमार्ग सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है सड़क का आलम यह है कि हर कदम पर आपको गड्ढे ही गड्ढे दिखाई देंगे, पहली बरसात के पानी से ही सड़क के परखच्चे उड़ गए हैं बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के भारी-भरकम वाहन चलने से पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदारों की भी कार्यशैली जाहिर हो रही है, कि किस प्रकार घटिया मानक पर डामर रोड का निर्माण ठेकेदार द्वारा कराया गया था, करोड़ों की लागत से सरकार सड़कों की मरम्मत और दुरुस्ती करण कराती है वहीं जनपद में बैठे जिम्मेदारों की लापरवाही, घूसखोरी और उदासीनता के चलते उसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ता है, पूरामुफ्ती से चायल तक डामर रोड पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो गई है हर जगह एक से दो फुट गड्ढों में पानी भरा रहता है कई छोटे वाहन के साथ इन्हीं गड्ढों के चलते दुर्घटना घटित हो जाते हैं ।
लोगों की शिकायत के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदारों की कानों में जूं तक नहीं रेंगी है, ना ही ओवरलोड बालू के वाहनों को रोका गया है आज भी यमुना नदी के घाटों पर खनन बंद होने के बावजूद डंप बालूओं की निकासी बराबर रात के अंधेरे में हो रही है, स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी कौशाम्बी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराकर कार्यवाही कराने की मांग की है ।
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