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भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से कितने ज्योतिर्लिंग के नाम और जगह जानते हैं आप, जाने इनकी विशेषताएं...

रिपोर्ट-न्यूज़ एजेंसी

लखनऊ : भगवन शिवजी के कई प्रसिद्ध मंदिर और शिवालय है साथ ही हर गांव हर शहर आपको शिव मंदिर मिल जायेगा, लेकिन भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का अपना अलग ही महत्व है, पुराणों और धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इन 12 स्थानों पर जो शिवलिंग मौजूद हैं उनमें ज्योति के रूप में स्वयं भगवान शिव विराजमान हैं, या कहे तो यह १२ जगहो पर भगवन शिव प्रगट हुए थे, यही कारण है कि इन्हें ज्योतिर्लिंग कहा जाता है, ऐसी मान्यता है कि इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र से ही मानव का कल्याण हो जाता हे और सभी पाप दूर हो जाते हैं, जाने देशभर में कहां-कहां पर हैं ये 12 ज्योतिर्लिंग, सोमनाथ ज्योतिर्लिंग गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है सोमनाथ ज्योतिर्लिंग को पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है, माना जाता है की आदिकाल में यहाँ ज्योतिर्लिंग जमीं से कुछ फीट ऊपर हवा में तैरा करता था, यह मंदिर सोने से बना हुआ था और इसमें कही बार लूंट हुई थी आजाद भारत में सरदार वल्लभ भाई की निगरानी में यहाँ पर भव्य ज्योतिर्लिंग बनाया गया, मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल नाम के पर्वत पर स्थित  है जब कार्तिके भगवान से रूठ के यहा ए थे तब उनको मनाने के लिए शिवजी यहा प्रगट हुए थे, महाकालेश्वर नाम का यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है  ये एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है यहां प्रतिदिन भस्मारती होती होती है, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश मे इंदौर शहर के पास जिस स्थान पर यह ज्योतिर्लिंग स्थित है उस स्थान पर नर्मदा नदी बहती है और पहाड़ी के चारों ओर नदी बहने से यहां ॐ का आकार बनता है जिससे यह ॐ कालेश्वर के नाम से मशहूर है, केदारनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड में हिमालय की केदार नामक चोटी पर स्थित है केदारनाथ समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यहा पर जाने के लिए आप को हेलीकॉप्टर, पैदल रास्ता या खच्चर घोड़े का सहारा ले सकते हैं पहाड़ों की चढाई काफी मुश्किल बताई जाती है, बाबा विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश की धार्मिक राजधानी माने जाने वाली वाराणसी शहर में स्थित है।क्ष हल ही में यहाँ पर कॉरिडोर बनाया गया है, वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड प्रदेश में है, रावण ने जब अपने नौ सिर काट दिए तब शिव ने उन्हें पुनर्जीवित किया और वैद्य की तरह सिर को शरीर से जोड़ दिया और इसलिए इस ज्योतिर्लिंग को वैद्यनाथ के नाम से जाना जाता है, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के बड़ौदा क्षेत्र में गोमती द्वारका के करीब स्थित है, त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के निकट ब्रह्मागिरि नाम का पर्वत है इसी पर्वत से गोदावरी नदी शुरू होती है, घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के संभाजीनगर के समीप दौलताबाद के पास स्थित है, रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु में स्थित है इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना भगवान राम ने की थी और यहां पर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए थे ।

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