ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह
कौशाम्बी : जनपद में पिपरी थाना क्षेत्र का पिपरी गांव इन दिनों चोरों के आतंक से सहमा हुआ है। बीती रात चोरों ने थाने से कुछ ही दूरी पर स्थित गांव में दो घरों को निशाना बनाया और लाखों रुपये के गहने व नकदी चोरी कर फरार हो गए। यह वारदात न केवल पुलिस की चौकसी पर सवाल खड़े करती है, बल्कि ग्रामीणों को असुरक्षा के साए में जीने को मजबूर कर रही है। ग्रामीण गुलाब भारतीया और राम विशाल पाल के घर में चोरों ने धावा बोला। गुलाब भारतीया के घर की दीवार तोड़कर चोर भीतर दाखिल हुए और अलमारी व बक्सों का ताला तोड़कर गहने व नकदी लेकर फरार हो गए। सुबह घर के बाहर बगीचे में खाली और टूटे बक्से मिले, लेकिन कीमती सामान गायब था। वहीं, बगल में स्थित राम विशाल पाल के घर में भी चोरों ने दरवाजे की कुंडी तोड़कर बक्सा उठा ले गए। उस समय राम विशाल कमरे के बाहर सो रहे थे और उनकी पत्नी रिश्तेदारी में गई हुई थीं। चोरी का पता तब चला जब गांव के लोगों ने गुलाब के घर में सेंधमारी देखी और आस-पास की खोजबीन शुरू की।
ग्रामीणों में दहशत और गुस्सा...
दोनों घरों से लाखों रुपये के आभूषण और नकदी चोरी होने से परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से इलाके में चोरी और लूट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। आधा दर्जन से अधिक वारदातें हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस किसी भी मामले का खुलासा नहीं कर पाई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि दो महीने पहले मखऊपुर तिराहे पर हुई दिनदहाड़े छिनैती का वीडियो भी सामने आया था, लेकिन उसमें दिख रहे अपराधियों को अब तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। इससे साफ है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस की पकड़ ढीली पड़ती जा रही है।
पुलिस पर उठे सवाल...
ग्रामीणों का कहना है कि थाने से चंद दूरी पर हुई इस वारदात ने पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। रात में गश्त केवल औपचारिकता बनकर रह गई है और गांव-कस्बों में कोई ठोस सुरक्षा इंतज़ाम नहीं हैं। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस सतर्क होती तो चोर इतनी आसानी से दो-दो घरों को एक ही रात में निशाना नहीं बना सकते थे।
ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से की कार्यवाही की मांग...
ग्रामीणों ने मांग की है कि वरिष्ठ अधिकारी स्वयं मौके पर आकर जांच करें और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते चोरी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा और चोरों को पकड़ा नहीं गया तो गांव में पुलिस के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। यह घटना न केवल पिपरी गांव बल्कि पूरे इलाके में कानून-व्यवस्था की कमजोर होती स्थिति को उजागर करती है। अब देखना होगा कि पुलिस इस दोहरी चोरी का खुलासा कब तक करती है और क्या ग्रामीणों की भरोसा बहाल हो पाएगा।
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