रिपोर्ट- मोहन लाल
कौशाम्बी : जनपद में सफाई कर्मचारियों की मनमानी और लापरवाही से हर कोई वाकिफ है ग्राम पंचायतों से महीने में भारी भरकम सरकारी वेतन लेने वाले सफाई कर्मी साफ सफाई के नाम पर सिर्फ दिखावा करते हैं, वहींजिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के चलते सफाई पूरी तरह से लापरवाह और बेलगाम भी हो गए हैं, सिराथू विकास खंड के मधवामाई ग्राम पंचायत में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है, नालियों के चोक हो जाने से लोगों को घरों से बहने वाला गंदा पानी रोड पर बहता रहता है, जिससे लोगों को आवागमन करने में काफी परेशानी होती है सफाई कर्मचारी गांव में आता तो जरूर है लेकिन घूमकर कॉलर टाइट करते हुए वापस चला जाता है, कहीं भी वह साफ सफाई का काम नहीं करता है आरोप है कि जब भी ग्रामीण इस बात का विरोध करते हैं तो सफाई कर्मी आंखें ऊपर करते हुए कहता है कि इतना बड़ा गांव है मैं अकेला कह कह सफाई करूं, जिसे जो करना है करे मैं अपने मर्जी से सफाई का काम करुंगा, बहुत। करोगे मेरा ट्रांसफर हो जायेगा और क्या होगा मेरा वेतन थोड़ी रुक जायेगा किसी के कहने पर सफाई नही करुंगा किसी का नौकर नही हूं । मै आज से नही लगभग 12 साल से इसी गाँव मधवामई मे ड्यूटी कर रहा हु मै तो चाहता हू की मेरा ट्रांसफर हो जाए मै इस गाव से ऊब गया मेरा ट्रासफर भी हो जाउंगा फिर भी कुछ नही फरक पडे़गा।
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