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लोहंदा मामले में किसान यूनियन ने छेड़ा आंदोलन, सैय्यद सरावां रेलवे स्टेशन पर रेल रोको प्रदर्शन...

ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह 

कौशाम्बी : जनपद में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में एकत्रित होकर चरवा थाना क्षेत्र के सैय्यद सरावां रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन के लिए महापंचायत का बिगुल बजा दिया। महापंचायत के दौरान किसान नेता ने कहा कि सैनी थाना क्षेत्र के लोहंदा ग्राम में हुए दुष्कर्म की शिकार बालिका के परिजनों के साथ राजनीतिक खेल खेला जा रहा है। वहीं मामले से सम्बंधित रामबाबू तिवारी की आत्महत्या के मामले में न्यायपूर्ण कार्यवाही नही हो पाई है। पूरे मामले में न्यायपूर्ण कार्यवाही की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) ने सोमवार को बड़ा आंदोलन किया। यूनियन के नेता अनुज सिंह के नेतृत्व में सैय्यद सरावां रेलवे स्टेशन के पास एक महापंचायत आयोजित की गई। जहां भारी संख्या में किसान नेता एकत्रित हुए।

पीड़िता को न्याय दिलाने और एसआईटी जांच की मांग...

महापंचायत के दौरान यूनियन नेताओं ने दोहराया कि लोहंदा ग्राम की रेप पीड़िता को अब तक न्याय नहीं मिला है और मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की जा रही है। साथ ही रामबाबू तिवारी की मौत को लेकर उठ रहे सवालों पर भी गहन जांच की मांग की गई। किसानों ने सरकार और प्रशासन से एसआईटी जांच गठित कर दोषियों को जल्द सजा देने की मांग की।

किसान नेता के नेतृत्व में रेल रोको आंदोलन की तैयार...

प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो रेल रोको आंदोलन तेज किया जाएगा। महापंचायत में यूनियन ने आगामी दिनों में जिलेभर में आंदोलन को और व्यापक रूप देने की रणनीति बनाई है। किसान यूनियन के आंदोलन की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह, सीओ सिराथू अवधेश विश्वकर्मा, सीओ चायल सतेन्द्र तिवारी, आरपीएफ, तथा कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात की गई। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित बनाए रखने के लिए पूरी सतर्कता बरती।

किसान ने अनुज सिंह ने अपने बयान में कहा...

यूनियन नेता अनुज सिंह ने कहा कि हम पीड़िता को न्याय दिलाकर रहेंगे। प्रशासन अगर न्याय नहीं देता तो यह आंदोलन और भी उग्र होगा। दोषियों को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए। रेलवे स्टेशन के आसपास का माहौल देखने पर पुलिस के कई बड़े अधिकारी पहुंचे गये। जिसके बाद भारी पुलिस बल ने किसानों को समझना कंट्रोल करना जारी कर दिया। हालांकि महापंचायत के दौरान कोई ट्रेन नहीं रोकी गई। पुलिस प्रशासन के समझाने पर किसान नेता चेतावनी देकर पंचायत के समाप्त कर दिया। लेकिन किसान नेता ने प्रशासन को चेताया कि जब तक रेप पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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