रिपोर्ट-राजकुमार
प्रयागराज : शहर में सिविल लाइंस के खरबंदा कॉम्प्लेक्स स्थित द लेक सीट रेस्टोरेंट में शुक्रवार को एक फर्जी फूड इंस्पेक्टर पकड़ा गया। आरोपी ने रेस्टोरेंट में आकर खुद को फूड इंस्पेक्टर बताते हुए नकली लाइसेंस दिखाया और दुकानदारों से अवैध वसूली करने का प्रयास किया। रेस्टोरेंट प्रबंधन को शक होने पर जब उससे पहचान पत्र और विभागीय दस्तावेज मांगे गए तो वह टालमटोल करने लगा। इस पर सीनियर फूड इंस्पेक्टर से संपर्क किया गया, जिसके बाद आरोपी की पोल खुल गई। आरोपी कार में बैठकर भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन रेस्टोरेंट स्टाफ ने कार रोक ली और तुरंत 112 नंबर डायल कर पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसकी कार जब्त कर ली। पूछताछ में युवक ने कभी खुद को ड्राइवर तो कभी ग्राहक बताकर गुमराह करने का प्रयास किया।
बाद में पहचान हुई कि आरोपी अनूप कुमार है, जो भरवारी कस्बे के कमलेश टेंट हाउस के मालिक का बेटा है। आजाद स्ट्रीट वेंडर यूनियन के प्रदेश महामंत्री एवं टाउन वेंडिंग कमेटी सदस्य रवि शंकर द्विवेदी ने बताया कि आरोपी सौरभ उर्फ अनूप फुटपाथ दुकानदारों से 650 से 1000 रुपये तक की अवैध वसूली कर रहा था। कॉल पर सूचना मिलने के बाद यूनियन की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस और खाद्य विभाग की कार्रवाई के डर से आरोपी ने दुकानदारों के पैसे वहीं लौटा दिए।
द्विवेदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने एफएसएसएआई का लाइसेंस मुफ्त कर दिया है, लेकिन जागरूकता की कमी से छोटे दुकानदार ऐसे फर्जी लोगों के जाल में फंस जाते हैं। उन्होंने बताया कि मामले की सूचना खाद्य विभाग के उपायुक्त सुशील कुमार सिंह को दी गई, जिसके बाद फूड इंस्पेक्टर सरोज मौके पर पहुंचे और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और पूरे मामले की जांच जारी है।
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