रिपोर्ट-नरेन्द्र कुमार द्विवेदी
कौशाम्बी : जनपद में गुरुवार को सीबीआई की टीम अतीक के करीबी अब्दुल कवि के बारे में राज खंगालाने मंझनपुर तहसील पहुंची जहां पर भू अभिलेख के बारे में तहसीलदार से पूछताछ किया, बीतों दिनों उमेश हत्याकांड के बाद पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड की जांच सीबीआई ने तेज कर दी है गुरुवार को सीबीआई का 2 सदस्यीय जांच दल मंझनपुर तहसील पंहुचा, टीम ने तहसील के अभिलेख में माफिया अतीक के शूटर अब्दुल कवी के खानदान की चल अचल संपत्ति का ब्योरा जुटाया, सीबीआई टीम द्वारा तहसील परिसर में करीब 3 घंटे तक पूछताछ की गई, बतादें कि प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में 18 साल पहले हुए पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के रहस्य खोलने में जुटी सीबीआई की जांच ने तेजी पकड़ ली है सीबीआई की जांच टीम मंझनपुर तहसील अचानक पहुंच गई, दिल्ली से आये 2 अफसर तहसीलदार भूपाल सिंह के चेंबर में करीब ढाई घंटे बैठे रहे, तहसील सूत्रों के मुताबिक माफिया अतीक के शूटर रहे अब्दुल कवी के बारे में कई सवाल किये गए, जिसमे प्रमुख रूप से था कि अब्दुल कवी के पुश्तैनी मकान को गिराए जाने के प्रक्रिया की जानकारी जांच एजेंसी को क्यों नहीं दी गई, इसके साथ ही शूटर अब्दुल कवी के खानदान की चल अचल संपत्ति के राजस्व अभिलेख जुटाए गए जिसके बाद सीबीआई जांच दल द्वारा तहसील का अभिलेखागार भी देखा गया, एसडीएम मंझनपुर से जमालपुर भखंदा एवं रकसराई गांव के भू-अभिलेख का ब्लू प्रिंट लिया गया, जिसमे शूटर अब्दुल कवी के पिता अब्दुल गनी बाबा, अब्दुल अजीज, समेत पत्नी कनीज फातिमा, भाई अब्दुल वली, उसकी पत्नी फैजिया बानो, भाई अब्दुल कदीर, उसकी पत्नी बुशरा, भाई अब्दुल मुगनी उसकी पत्नी शाहीन बानो का कागजात लिया, सीबीआई ने राजू पाल हत्याकांड के बाद 2005 से लेकर अब तक खरीद फरोख्त का दस्तावेज की छाया प्रति कब्जे में लिया, तहसीलदार मंझनपुर भूपाल सिंह ने बताया कि राजू पाल हत्याकांड की जांच कर रहे सीबीआई के 2 अफसर जांच के लिए तहसील आये थे जो कुछ जानकारी उन्होंने अब्दुल कवि के परिजनों की भू संपत्ति के बारे में मांगी थी उन्हें उपलब्ध कराई गई है ।
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