रिपोर्ट-राकेश मिश्रा
चित्रकूट : जनपद के विद्युत उपखंड 33/11 केवी उपकेंद्र बोड़ी पोखरी, रैपुरा में कार्यरत मीटर रीडर रवि शंकर तिवारी पुत्र जगत नारायण तिवारी को बदनाम करने का प्रयास विफल हो गया है। घटना दिनांक 24 मार्च 2025 की है, जब गांव रौखरी निवासी उपभोक्ता लवलेश पाल पुत्र दशरथ पाल (उम्र लगभग 45 वर्ष) ने अपना बिजली बिल जमा कराने के उद्देश्य से मीटर रीडर रवि शंकर तिवारी को अपने घर बुलाया। रवि शंकर तिवारी द्वारा बिल निकालने पर कुल राशि ₹18,000 निकली, परंतु उपभोक्ता द्वारा केवल 8,000 रुपए ही दिए गए और कहा गया कि इसी में बिल चुकता कर दिया जाए। रवि शंकर तिवारी ने तत्काल वह 8,000 वापस कर दिए और समझाया कि वह इतनी कम राशि में बिल जमा नहीं कर सकते, अतः उपभोक्ता को अगले दिन पावर हाउस जाकर बड़े अधिकारी के माध्यम से पूरा बिल जमा करने की सलाह दी। इसी बीच, उपभोक्ता का 11 वर्षीय भतीजा अंकित पाल पुत्र मुन्नू पाल ने चोरी-छिपे इस लेन-देन का वीडियो बना लिया और बाद में अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसे वायरल कर दिया। वीडियो को गलत ढंग से प्रस्तुत कर रवि शंकर तिवारी को बदनाम करने की कोशिश की गई। हालांकि, अगले ही दिन उपभोक्ता लवलेश पाल अपनी पत्नी के साथ स्वयं एसडीओ (SDO) के समक्ष पावर हाउस में उपस्थित हुए और उन्होंने स्पष्ट रूप से बयान दिया कि रवि शंकर तिवारी ने किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं की और उन्होंने ₹8,000 की राशि तुरंत लौटा दी थी।
उपभोक्ता दंपती ने वायरल वीडियो को भ्रामक और असत्य बताया तथा यह भी कहा कि रवि शंकर तिवारी ने ईमानदारी से कार्य किया है। यह मामला अब साफ हो गया है कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा वीडियो का गलत इस्तेमाल कर एक ईमानदार कर्मचारी की छवि खराब करने की कोशिश की गई थी। प्रशासन से अनुरोध है कि ऐसे मामलों में उचित जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में किसी भी कर्मचारी की छवि से खिलवाड़ न हो।
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