ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह
कौशाम्बी : योगी सरकार में घूसखोरी बंद कराए जाने की बात बकार साबित हो रही है खुलेआम अधिकारी कर्मचारी घूसखोरी कर रहे हैं आम जनता फरियादी योगीराज में परेशान है, माननीयों का बयान भी अधिकारी कर्मचारियों के लिए मायने नहीं रखता है, इतना ही नहीं अधिकारी कर्मचारी अभद्र भी हो गए हैं जो वफरियादियों से अभद्रता की बात करते हैं, एक मामला चायल तहसील का है जहां एक लेखपाल ने महिला फरियादी से वरासत में नाम दर्ज करने के नाम पर उससे पेटिकोट उठा कर देने की बात कही है इसका वीडियो वायरल हो रहा है, लेखपाल के अभद्र भाषा के वीडियो वायरल होने के 36 घंटे बाद भी आरोपी लेखपाल पर कार्यवाही करने का साहस जनपद का कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं कर सका हैं, जबकि जनपद में इन दिनों नोडल अफसर घूम घूम कर कानून व्यवस्था को देख रहे हैं, आखिर इस तरह के कानून विरोधी कार्यो में लगे अधिकारी कर्मचारियों के कार्य को नोडल अधिकारी क्यों नहीं देख पा रहे हैं यह एक बड़ा सवाल है इन बेलगाम कर्मचारियों को नोडल अफसर का भी भय नहीं है आखिर इस अभद्र लेखपाल को कौन बचा रहा है यह जांच का विषय है महिला फरियादी से अभद्र बात करने वाले लेखपाल पर मुकदमा दर्ज कराकर उसके निलंबन की कार्यवाही होनी चाहिए थी या ऐसे भ्रष्ट लेखपाल को उसके पद से बर्खास्त कर देना चाहिए था ।
गौरतलब है कि चायल तहसील में उपजिलाधिकारी के पद पर महिला अधिकारी की तैनाती है तहसीलदार भी महिला अधिकारी हैं इतना ही नहीं नायब तहसीलदार के पद पर भी महिला अधिकारी कार्यरत हैं इन सब महिला अधिकारियों की तैनाती के बाद भी इस तहसील के लेखपाल महिला फरियादियों से हद से ज्यादा अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, फिर भी महिला अधिकारी अभद्र लेखपालों के समाज विरोधी आचरण को संज्ञान लेकर कठोर कार्यवाही करती नहीं दिख रही है, लेखपाल फरियादी महिलाओ को पेटीकोट खोलने और इससे भी अधिक अभद्र भाषा का प्रयोग कर फरियादियों से घूस मांग रहे हैं ।
योगीराज में घूसखोर हो चुके लेखपाल महिलाओं के प्रति अभद्र भाषा से बात करते है जो वायरल वीडियो में साफ देखा सुना जा सकता है, लेकिन क्या कारण है ऐसे लेखपालों का अधिकारी बाल बांका नहीं कर पा रहे हैं वीडियो में दिख रहा लेखपाल वर्तमान में चायल तहसील के ग्राम पंचायत काजू का हल्का लेखपाल है, जिसका नाम शिव सागर पाण्डेय है जो महिला फरियादी से कह रहा है कि किसी भी काम के लिए हमे हमारे काम के लिए मजदूरी चाहिए, जब काम करवाने आए तो तुरन्त पेटीकोट उठा लो साथ ही साथ लेखपाल का कहना है कि जब सभी अपने काम के लिए पैसे लेते है तो मुझे भी अपने काम करने की मजदूरी चाहिए, इतना ही नही इससे भी अधिक अभद्र भाषा का प्रयोग इस लेखपाल ने महिला फरियादी से किया है आखिर अभद्र भाषा का प्रयोग कर योगी सरकार को बदनाम करने वाले लेखपाल पर कार्यवाही करने का साहस अधिकारी क्यों नहीं कर पा रहे हैं यह जांच का विषय है ।
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