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मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर मनोज कुमार सिंह ने दूरदर्शन किसान चैनल पर किसानों को मृदा उर्वरता प्रबंधन के बारे में दी जानकारी...

ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह


कौशाम्बी : जनपद में कृषि विज्ञान केन्द्र के मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर मनोज कुमार सिंह ने दूरदर्शन किसान चैनल नई दिल्ली से लाईव जुड़कर किसानों को मृदा उर्वरता प्रबंधन पर जानकारी देते हुए कहा कि  रासायनिक खादों के उपयोग करने से फसलों की उत्पादकता में गिरावट, मानव जीवन में रोगो को बढ़ाता है एवं रासायनिक खादों से पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए फसलों में एकीकृत पोषक तत्वों का प्रबंधन करना अति आवश्यक हो गया है एवं इसी से हम उर्वरकता एवं उत्पादकता को बढ़ा सकते है, भारत एक कृषि प्रधान देश है कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है 1960 के बाद देश में कृषि के क्षेत्र में हरित क्रांति का उद्भव हुआ, उर्वरकों का प्रयोग धीरे-धीरे बढ़ता गया जिससे उत्पादन में आशातीत वृद्धि हुई, भारत में उत्पादन के साथ- साथ उर्वरक खपत में भी बढ़ोतरी हुई, 1951 में 1 किलो ग्राम है, उर्वरक से बढ़कर 2018 में 166 किलो ग्राम है, उर्वरक पहुंच गया है, जिसको संतुलित उर्वरक प्रयोग, जीवांश खाद, हरी खाद, वर्मी कंपोस्ट आदि का प्रयोग करके सूक्ष्म जीवो की उपलब्धता सुनिश्चित करके पैदावार एव  मिट्टी को स्वस्थ रख सकते है एवं कृषको के फोन से पूछे प्रश्नो के लाइव जवाब दिए ।

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