रिपोर्ट-नरेन्द्र कुमार द्विवेदी
कौशाम्बी : जनपद में स्वच्छ भारत स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ती हुई देखना है तो सराय अकिल नगर पंचायत चलना होगा, मोदी सरकार की योजना के अंतर्गत करोड़ों का बजट खर्च करने के बाद भी सराय अकिल कस्बे के लोग गंदगी में जीवन जीने के लिए विवश है, नगर पंचायत क्षेत्र में गंदगी से जूझ रहे लोगों ने मामले की शिकायत नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से लेकर कई बड़े आलाधिकारियों से किया लेकिन नगर वासियों की समस्या का समाधान नहीं हो सका है, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं स्वच्छ भारत मिशन में भ्रष्टाचार चरम पर है और आम जनता इसका लाभ नही उठा पा रही है, सराय अकिल नगर वासियों ने बताया कि सराय अकिल के वार्ड नंबर 7 गांधीनगर बस स्टैंड के पीछे मोहल्ले में गंदगी भरी हुई है, जलजमाव रहता है जिससे लोगों को दिक्कतें होती हैं नगर के लोग कई बार एप्लीकेशन डाल चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है, सराय अकिल के नगर वासियों ने बताया कि अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत से समस्या दूर करने की बात कही गई तो उनका कहना है कि हमारे नगर पंचायत के पास कोई बिकास का पैसा नहीं है शिकायत देने से कोई मतलब नही है शिकायत लेकर कार्यालय पहुंचे लोगों को नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने कार्यालय से बाहर भगा दिया, शिकायतकर्ता मोनू ताम्रकार पुत्र रामनारायण, किस्मत अली, हरिश्चंद्र हेला सहित दर्जनों लोग नगर पंचायत से लेकर आलाधिकारियों तक शिकायत कर चुके हैं लेकिन गंदगी साफ नहीं हो सकी है जबकि नगर पंचायत में योगी सरकार ने करोड़ों का बजट विकास के लिए भेजा है, सरकारी रकम कहां खर्च हो रही है जांच का विषय है, अगर सराय अकिल नगर पंचायत के विकास में खर्च की गई धनराशि की जांच कराई जाय तो अधिशासी अधिकारी पर गाज गिरना तय है ।
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