रिपोर्ट-इरसाद हुसैन
महोबा : शहर के गांधीनगर स्थित आरसी होटल में छह दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम 12 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें गौरा पत्थर उत्पादन से जुड़े हस्तशिल्पियों को आधुनिक बाजार की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विशाल वर्मा, हस्तशिल्प संवर्धन अधिकारी, वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि हुनरमंद हस्तशिल्पियों की पहचान कर उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। मंत्रालय द्वारा उन्हें पहचान पत्र प्रदान कर बेसिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है। कार्यक्रम की निदेशक राजश्री शुक्ला एवं पूनम शुक्ला ने बताया कि उद्यमिता विकास कार्यक्रम के माध्यम से हस्तशिल्पी अपने उत्पादों को बेहतर मूल्य पर बाजार में बेचने की कला सीखेंगे। यह प्रशिक्षण प्रतिक्षेष्ठ स्टोन कार्विंग प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड, महोबा द्वारा आयोजित किया गया है।
रिसोर्स पर्सन देवास उपाध्याय ने डिजिटल प्रोजेक्ट और आधुनिक बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन तैयार करने की तकनीक पर जानकारी दी। वहीं मुख्तार अहमद ने बताया कि बुंदेलखंड क्षेत्र के उत्पादों को विदेशी बाजार में पहचान दिलाने और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विशेष विधियां अपनाई जा रही हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन दीपक शुक्ला, शिवांश सिंह, रिषभ तिवारी, अनुपम शुक्ला, वरिष्ठ शिल्पकार कालीदीन विश्वकर्मा और महेश विश्वकर्मा समेत गौरा पत्थर उत्पादन से जुड़े अनेक महिला एवं पुरुष प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहे।
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