रिपोर्ट- जैगम हलीम
प्रयागराज : जनपद में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की बाघंबरी मठ में संदिग्ध परिस्थितियों मे बीते सोमवार को मौत हो गयी है, नरेन्द्र गिरि के शव के पास मिले सुसाइड नोट में योग गुरू आनंद गिरि को मौत का जिम्मेदार ठहराया गया हैं और इसके बाद आनंद गिरि को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, योग गुरु आनंद गिरि की लग्जरी लाइफ स्टाइल हमेशा चर्चा में रही हैं अपने महंगे शौक के साथ ही विदेश यात्राओं के लिए सुर्खियों में छाए रहे हैं, लग्जरी कारें, मोबाइल और महंगी बाइक रखना इनके शौक में शामिल है कई बार पहाड़ी घाटियों में बाइक राइडिंग,बोटिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी हैं लग्जरी गाड़ियों की और मोटर साइकिलों के साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर हमेशा पोस्ट की हैं महंगी-महंगी गाड़ियों में घूमना, महंगा मोबाइल रखना, कीमती रेशम कतान के भगवा वस्त्रों के शौक के लिए संत समाज में कई बार आलोचनाओं का भी शिकार होना पड़ा हैं, इतना ही नहीं प्लेन के बिजनेस क्लास में सफर के दौरान शराब पैक के साथ इनकी तस्वीर वायरल होने के बाद बाघंबरी गद्दी मठ की किरकिरी भी खूब हुई थी इस तस्वीर को लेकर विवादों में घिरने के बाद आनंद ने तब सफाई भी दी थी कि ग्लास में शराब नहीं बल्कि जूस था इनका रहन-सहन आम संतों से अलग रहा है आनंद गिरि एपल जैसे महंगे फोन भी कुछ ही महीनों में बदल देने के शौकीन रहे हैं हमेशा भगवा कपड़ों में ही नजर आये है लेकिन कपड़ों की सिलाई शहर के सबसे महंगे टेलरशॉप में कराई जाती रही है, प्रयागराज में कई प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी इनके भक्त रहे हैं बड़े राजनेता, मंत्री और अफसरों से अच्छे संबंध होने के कारण धर्म जगत में इनका अपना अलग रसूख रहा है बाघंबरी मठ के अन्य शिष्यों से खुद की एक अलग पहचान बनाने के लिए मेहनत करके पढ़ाई भी की,खास तौर पर मध्यम वर्ग के साथ ही विदेशी शिष्यों के बीच पकड़ बनाने के लिए अंग्रेजी भी सीखी थी, योग गुरू आनंद गिरि को जब वर्ष 2014 में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी के रूप में प्रचारित किया जाने लगा था तब इसका विरोध भी हुआ था उस समय नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि को उत्तराधिकारी नहीं, बल्कि अपना शिष्य बताया था ।
0 Comments