ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह
कौशाम्बी : जनपद में संघ से भाजपा की राजनीति में कदम रखने वाले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज के शहर पश्चिमी से दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ा, दोनों चुनावों में उनको हार का सामना करना पड़ा, इसके बाद उन्होंने 2012 में अपने गृह क्षेत्र सिराथू से किस्मत आजमायी, 2012 के चुनाव में सपा की आंधी के बावजूद बसपा के अभेद्य दुर्ग में पहली बार चुनाव जीत कर कमल खिलाया था, इस बार 2022 के चुनाव में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा चुनाव में तगड़ा झटका लगा है, जिले में पार्टी को जिताने का दारोमदार उनके कंधों पर था, लेकिन वह ना तो अपना घर बचा सके और ना ही अपना गढ़, सपा-अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को 7,377 मतों से पराजित कर दिया है ।
इस बार जिले की तीनों सीटें भाजपा के हाथ से फिसल है 2017 के विधानसभा चुनाव में हासिल की गई राजनीतिक जमीन को भाजपा सिर्फ पांच साल ही संभाल सकी, इस चुनाव में सपा ने उलटफेर करते हुए तीनों सीटों पर कब्जा जमा लिया है, 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जिले की तीनों सीटों पर कब्जा जमाया था, मंझनपुर सुरक्षित सीट से भाजपा प्रत्याशी लालबहादुर ने पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज, चायल में संजय कुमार गुप्ता ने सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी तलत अजीम को और सिराथू में शीतला प्रसाद पटेल ने सपा के वाचस्पति को हराकर क्लीन स्वीप किया था, लेकिन पांच साल के भीतर ही भाजपा ने अपनी जमीन खो दिया, पांच साल की एंटी इनकंबेंसी ने भाजपा से जीत दूर कर दी, इस बार चायल सीट पर सपा प्रत्याशी पूजा पाल और मंझनपुर सुरक्षित से पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज ने जीत दर्ज की है, सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को कड़े मुकाबले में हरा दिया है जो इन दिनों भाजपा के बड़े कद्दावर नेताओं में शामिल हैं ।
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