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दहेज हत्या के आरोपियों को बचाने में लगी सुरियावां थाना पुलिस, हत्यारोपियों पर पहले से थाना में दर्ज है कई संगीन मामले...

रिपोर्ट-जैगम हलीम


भदोही : जनपद में सुरियावां थाना क्षेत्र के चकचंदा में हुई कुछ दिनों पहले 5 मार्च 2022 को एक विवाहिता की हत्या के मामले में स्थानीय पुलिस उसके ससुरालियों को बचाने की फिराक में लगी हुई है, मृत विवाहिता के परिजनों का आरोप है कि उनकी लड़की के ससुरालियों ने उसे दहेज ना मिलने पर जला कर मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद सारिका के परिजनों द्वारा दहेज हत्या का मुकदमा स्थानीय थाना सुरियावां में पंजीकृत कराया गया है, इसके बावजूद सुरियावां थाना पुलिस उक्त आरोपियों से सांठगांठ बनाकर उन्हें बचाने का भरसक प्रयास कर रही है, जबकि आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी थाना में कई संगीन अपराध पंजीकृत हैं ।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि प्रयागराज जनपद के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र अंतर्गत अहमदपुर पावन गांव निवासी समीना खातून ने अपनी पुत्री अरजुमन असलम उर्फ सारिका की शादी 2016 में जनपद भदोही के सुरियावां थाना क्षेत्र अंतर्गत चकचंदा निवासी इकरामुउल हक के साथ मुस्लिम रीति रिवाज से किया था, आरोप है कि कुछ दिनों बाद से ही सारिका का पति इकरामुल हक और उसके ससुराली उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे, दहेज ना मिलने पर बीते 5 मार्च 2022 को जला कर उसकी हत्या कर दी, जिस पर सारिका की मां ने सुरियावां थाना में उसके ससुरालियों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया है, अब पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस सारिका के ससुरालियों को सांठगांठ करके बचाने की फिराक में लगी हुई है, संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होने के बाद भी हत्यारोपी सारिका के ससुराली खुलेआम थाना इर्द गिर्द घूमते रहते हैं, पीड़ित परिवार को पुलिस द्वारा थाना में बुलाकर बयान के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है साथ ही डरा धमका कर सुलह कर लेने की धमकी दी जा रही है, बताया जा रहा है कि हत्यारोपियों पर सुरियावां थाना में कई संगीन अपराध पहले से दर्ज हैं, उक्त हत्यारोपी अपराधी और दबंग किस्म के व्यक्ति बताए जाते हैं जो स्थानीय छूट भैया नेताओं की मदद से थाना में सेटिंग बना लिए हैं जिससे पुलिस उन्हीं के पक्ष में कार्य करती नजर आ रही है, सारिका के पीड़ित परिजनों का कहना है कि उन्होंने भदोही के कई उच्च अधिकरियों से भी इस की गुहार लगाई लेकिन वह भी सुरियावां थाना पुलिस की ही भाषा में बात करते हैं, सीओ और सुरियावां थाना प्रभारी भुवनेश्वर मिश्रा हत्यारोपियों के ही पक्ष में बात करते नजर आते हैं, अब देखना यह है कि पुलिस के इस दोरहिया रवैया के चलते क्या दहेज हत्या आरोपियों को सजा मिल पाएगी, क्या मृत सारिका को न्याय मिल पाएगा, यह पुलिसिया तंत्र पर बड़ा सवाल है ।

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