ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह
प्रयागराज : जनपद में गुरुवार के दिन विश्व कल्याण के लिए पदयात्रा कर रहे देवमई विकास खंड के खरौली गांव निवासी स्वयंसेवक महात्मा वैष्णो दास शिवकरण महराज का आगमन हुआ, इस दौरान उन्होंने पूरामुफ्ती के कृष्णा मंदिर में विश्राम किया जिसके बाद उन्होंने बताया कि वह फतेहपुर से पदयात्रा का शुभारंभ करके वैष्णो माता जम्मू कटरा के रास्ते उधमपुर चंडी मचेल के दर्शन करने का संकल्प लेकर पदयात्रा कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि रास्ते में पड़ने वाले प्रमुख सिद्ध पीठों, मठों, मंदिरों के दर्शन पूजन करते हुए संकल्प यात्रा में निरंतर लगे हुए हैं, उन्होंने बताया कि वह वैष्णो धाम जम्मू में अपनी जीभ को काटकर देवी मां को समर्पित करने वाले भक्तों में गिने जाते हैं, स्वयंसेवक महात्मा वैष्णो दास शिवकरण की ऐसी हैरत अंगेज कहानी सुनकर लोगों में उनके प्रति श्रद्धा, भाव उमड़ आते हैं, लोग अब संत के रूप में उनका सम्मान करते हैं, महात्मा शिवकरण के बारे में बताया जाता है कि महज 17 वर्ष की उम्र में ही वह वैष्णो देवी माता के दर्शन के लिए घर से निकल गए थे और 9 वर्ष बाद अपने सर पर माता वैष्णो की मूर्ति लेकर गांव वापस लौटे थे, उनकी ऐसी लगनशीलता और भक्ति देखकर गांव वालों ने फूल मालाओं के साथ उनका भव्य स्वागत किया था, इस बार भी उन्होंने एक बड़ा संकल्प साधा है उन्होंने विश्व कल्याण के लिए फिर से पदयात्रा का शुभारंभ कर दिया है, इसी पद यात्रा के दौरान वह कौशाम्बी के रास्ते हुए गुरुवार को जनपद प्रयागराज पहुंचे, पूरामुफ्ती के कृष्णा मंदिर में विश्राम करते हुए महात्मा शिवकरण ने लोगों को बताया कि रात्रि का विश्राम वह प्रयागराज के हनुमान मंदिर में करेंगे, इसके पश्चात सुबह संगम स्नान करेंगे, फिर आगे की यात्रा में मां विंध्याचल और मां शारदा के दर्शन करते हुए अपने गंतव्य स्थान की ओर प्रस्थान कर जाएंगे, इससे पूर्व में वह उन्नाव जिला बक्सर के माँ चन्द्रिका, मझिल गांव में रावण द्वारा स्थापित कुण्डेश्वर महादेव शिवलिंग, सिराथू में माता शीतला के दर्शन अपनी धर्म ध्वजा लेकर कर चुके है ।
0 Comments