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डीएम ने दो प्राथमिक विद्यालयों का किया निरीक्षण, निपुण तालिका अपडेट रखने के दिए निर्देश...

ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह 

कौशाम्बी : जनपद में जिलाधिकारी डॉक्टर अमित पाल ने सोमवार को प्राथमिक विद्यालय मौली एवं प्राथमिक विद्यालय सिरियावां कला का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालयों में शैक्षिक व्यवस्था, साफ-सफाई, मध्यान्ह भोजन तथा डीबीटी से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्राथमिक विद्यालय मौली के निरीक्षण के समय जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया, जिसमें सभी अध्यापक उपस्थित पाए गए। उन्होंने कक्षा-01 में जाकर छात्र-छात्राओं से प्रश्न पूछकर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा, जिसे संतोषजनक पाया गया। निपुण तालिका अपडेट न पाए जाने पर उन्होंने प्रधानाध्यापक को कड़ी हिदायत देते हुए नियमित रूप से तालिका अपडेट रखने के निर्देश दिए। विद्यालय परिसर की साफ-सफाई की स्थिति असंतोषजनक पाए जाने पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी, भरवारी को प्रतिदिन साफ-सफाई सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही अधूरे एमडीएम शेड के निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के आदेश दिए। प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि विद्यालय में कुल 130 बच्चे नामांकित हैं।

जिनमें से 119 बच्चों के अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजी जा चुकी है, जबकि 11 बच्चों के खातों में तकनीकी कारणों से धनराशि नहीं पहुंच सकी है। इस पर जिलाधिकारी ने शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने एवं मानक के अनुरूप मध्यान्ह भोजन बच्चों को उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय सिरियावां कला का निरीक्षण किया। यहां प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में 153 बच्चे नामांकित हैं, जिनमें से 136 बच्चों के अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से धनराशि हस्तांतरित हो चुकी है, जबकि 17 बच्चों के खातों में अब तक धनराशि नहीं पहुंच सकी है।

जिलाधिकारी ने इस संबंध में शीघ्र आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। निपुण तालिका अपडेट न होने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानाध्यापक को तत्काल तालिका अपडेट रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कक्षा में जाकर बच्चों से गणित के प्रश्न पूछे और शिक्षा की गुणवत्ता को परखा, जिसे संतोषजनक पाया गया। उन्होंने प्रधानाध्यापक को शिक्षा की गुणवत्ता पर निरंतर ध्यान देने एवं मानक के अनुरूप मध्यान्ह भोजन बच्चों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता, बच्चों की सुविधाएं एवं सरकारी योजनाओं का लाभ समय से पात्रों तक पहुंचाना प्राथमिकता है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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