रिपोर्ट-नरेन्द्र सिंह
प्रयागराज : जनपद में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक पेड़ माँ के नाम अभियान का उद्देश्य मातृत्व और मातृभूमि के सम्मान के साथ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। इस अभियान के तहत लोग अपनी माँ या धरती माँ के नाम पर पौधरोपण कर उसकी देखभाल का संकल्प लेते हैं। यह अभियान मिशन लाइफ (Mission Life) के अंतर्गत संचालित है, जिसमें स्कूल, कॉलेज और आम नागरिक बढ़-चढ़कर सहभागिता कर रहे हैं। लेकिन प्रयागराज जनपद के भगवतपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत मैनापुर स्थित संविलियन विद्यालय से एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने इस अभियान की मूल भावना पर ही प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। आरोप है कि विद्यालय की प्रधानाचार्य एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं के निर्देश पर मासूम बच्चों से पढ़ाई के समय श्रम कराया गया। बच्चों से विद्यालय परिसर में पेड़ों की डालियां तुड़वाने, काटने और छांटने का कार्य कराया गया, जो बाल श्रम की श्रेणी में आता है।
ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल समय में बच्चों से इस तरह का काम कराना न केवल नियमों के विरुद्ध है, बल्कि इससे बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। इस पूरे प्रकरण का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि बच्चों से स्कूल कैंपस में अमरूद के पेड़ की डालियां तुड़वाई जा रही हैं।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार जहां बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने की बात कर रही है, वहीं विद्यालय स्तर पर बच्चों से श्रम कराकर सरकार की मंशा को पलीता लगाया जा रहा है।
जनहित और छात्रहित को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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