रिपोर्ट-मनोज सोनी
प्रयागराज : जनपद में विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के सरस्वती शिशु, विद्या मंदिर राजरूपपुर में माधव संकुल के आचार्यों एवं आचार्या बहनों का दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग "राष्ट्रीय शिक्षा नीति" विषय पर सरस्वती शिशु विद्या विद्या मंदिर राजरूपपुर में प्रारंभ हुआ, उक्त प्रशिक्षण वर्ग में रानी रेवती देवी राजापुर, माधव ज्ञान केंद्र नैनी, सरस्वती शिशु मंदिर राजरूपपुर, सरस्वती शिशु निकेतन कटघर, सरस्वती विद्या मंदिर शास्त्री नगर, सरस्वती शिशु मंदिर विनोबा नगर नैनी, सरस्वती शिशु मंदिर कल्याणी देवी, सरस्वती शिशु मंदिर मेजा रोड, सरस्वती शिशु मंदिर सिरसा, सरस्वती शिशु मंदिर शंकरगढ़ एवं सरस्वती शिशु मंदिर कोरांव सहित 11 विद्यालयों के लगभग 210 आचार्य एवं आचार्या बहने उपस्थित रही, प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में किशन वीर शाक्य सदस्य लोक सेवा आयोग एवं राष्ट्रीय मंत्री विद्या भारती ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत में भारत केंद्रित शिक्षा का सिद्धांत देती है इस शिक्षा नीति से हमारा देश पूरे विश्व में अग्रिम पंक्ति में रहेगा हमारे समाज के पास ऐसा ज्ञान होगा जो जीवंत रहने वाला है इसके अंतर्गत सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी ।
उन्होंने बताया कि बालक के अंदर छुपी हुई प्रतिभा का प्रकटीकरण ही शिक्षा है जो चीजें हम किताबों में पढ़ते हैं या अध्यापक पढ़ाते हैं वह सब सूचनाएं हैं जब वे सूचनाएं हमारे जीवन में उतरती हैं तो वह शिक्षा कहलाती है पाठ्यपुस्तक के अंत में लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखना अब गया अब बच्चे स्वयं प्रश्न बनाएंगे और स्वयं उसका उत्तर लिखेंगे, प्रशिक्षण के द्वितीय सत्र में क्षेत्रीय शिशु वाटिका प्रमुख विजय उपाध्याय ने "सर्वांगीण एवं समग्र विकास की हमारी संकल्पना" इस विषय पर छात्र-छात्राओं का किस किस माध्यम से और कैसे उनका सर्वांगीण एवं समग्र विकास होगा इस पर विस्तार से अपना सारगर्भित उद्बोधन प्रस्तुत किया, तृतीय सत्र में प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर शास्त्री नगर दिनेश दुबे ने "वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अनुभवात्मक अधिगम" इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए तथा प्रशिक्षण के अंतिम एवं चौथे सत्र में प्रदेश निरीक्षक काशी प्रांत रामजी सिंह ने "विद्या भारती का वैशिष्ट्य" इस विषय पर विस्तार पूर्वक अपनी बातें रखी और विद्या भारती का उद्देश्य, विद्या भारती का लक्ष्य और विद्या भारती कौन-कौन से कार्य पूरे देश में करती है इस पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला, प्रारंभ में विद्यालय की छात्राओं श्वेतांबरा, हर्षिता, रिचा, प्राची, गीतांजलि, सोनिया, रेनू आदि ने सुमधुर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की , तत्पश्चात संगीताचार्य मनोज गुप्ता ने "निर्माणों के पावन युग में, हम चरित्र निर्माण ना भूलें" गीत की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया, प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर, राजरूपपुर वागीश मिश्रा ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला, अतिथियों का परिचय संकुल प्रमुख एवं प्रधानाचार्य माधव ज्ञान केंद्र नैनी, डॉक्टर विंध्यवासिनी प्रसाद त्रिपाठी ने कराया, इस अवसर पर रानी रेवती देवी के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे, शिशु निकेतन कटघर के कमलेश मिश्र, सिरसा के स्वामीनाथ, मेजा रोड के कमलेश पांडे सहित सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य की उपस्थिति प्रमुख रही ।
0 Comments